3
बईय्यरैं और लोग
बैसिये, तुमकै बईंय्यरौं अपने लोगा के अधिकार कै अपनानो चाहिए। फिर, भलेई कुछ लोग सुसमाचार कै मानन से इंकार कर दियैं, लेकिन तुमरी परमेस्वर कै मानन बारी जिंदगी बिना कोई सब्द के बासे बात करैगो। उनके ऊपर जीत हासिल करी जागी और बे विस्वासी बनंगे, बे देखंगे कि तुमरो व्यवहार कित्तो सुद्ध और आदर बारो है। तुमकै खुदकै सुगड़ बनान के ताहीं बहारी सुगड़पन की जरूरत नाय है, जैसी कि तुम अपने बारन कै करथौ, या तुमरे जरिया पैंधे गै जेबर, या तुमरे जरिया पैंधे जान बारे लत्ता। जाके अलावा तुमरो लुको भौ और गुप्त इंसानियत, भोलोपन और मन की सांत आत्मा की दीनता की अविनासी सजावट से समरो रहबै, काहैकि परमेस्वर की नजर मैं जाको मोल बड़ो है। और पुराने समय मैं पवित्र बईंय्यरैं भी, जो परमेस्वर मैं आसा रखत रहैं, अपने आपकै ऐसिये करकै समारतीं और अपने-अपने लोगा के अधीन रहत रहैं। सारा ऐसी रहै; बौ अब्राहम की बात मानी और बाकै अपनो गुरु कही। तुम अब बाकी लौड़िया हौ अगर तुम भलो करथौ और कोई भी चीज से ना डराथौ।
बैसिये तुम लोगन कै अपनी बईंय्यरन के संग ठीक समझ के संग रहनो चाहिए कि बे तुमसे नाजुक हैं। उनके संग आदर से पेस आबौ, काहैकि बे भी, तुमरे संग, जिंदगी को परमेस्वर को वरदान लेमंगी। ऐसो करौ कि तुमरी प्रार्थना मैं कछुए बाधा न पड़ै।
सई करन के ताहीं दुख
आखरी मैं, तुम सबन को दिमाक एक होनो चाहिए एक-दूसरे से सहानुभूति रखाबौ। एक-दुसरे से भईय्या-बहेनिया के जैसी प्रेम करौ। भोलेपन से पेस आबौ और नम्र बनौ। बुराई के संग बुराई या स्राप के संग स्राप कै मत भुगतौ; जाके बजाय, आर्सिवाद के संग बापस भुगतान करौ, आर्सिवाद बौ है जो परमेस्वर तुमकै देन को वादा करी रहै जब बौ तुमकै बुलाई रहै। 10 जैसी कि सास्त्र कहथै,
“अगर तुम जौ जिंदगी से प्रेम करनो
और अच्छे समय कै देखनो चाहथौ,
तुमकै बुरो बोलन से बचनो चाहिए
और झूठ बोलनो बंद करौ।
11 तुमकै बुराई से दूर रहनो चाहिए और अच्छो करनो चाहिए;
तुम पूरे मन से सांति के ताहीं कोसिस करौ।
12 धर्मी के ऊपर प्रभु देखथै
और उनकी प्रार्थना सुनथै;
लेकिन बौ बुराई करन बारेन को बिरोध करथै।”
13 अगर तुम जो अच्छो है बाकै करन के ताहीं हुस्कान मैं तुमकै कौन नुकसान पहोंचाबैगो? 14 अगर तुम न्याय के वजह से दुख भी उठाबौ, तौ धन्य हौ; पर उनके डरपान से मत डरईयो, और न घबरईयो। 15 पर मसीह कै प्रभु जानकै अपने-अपने मन मैं पवित्र समझौ, और बाकै प्रभु के रूप मैं सम्मान दियौ। कोई भी आदमी कै जबाब देन के ताहीं हर समय समरे रहाबौ जो तुमसे तुमरे झोने मौजूद आसा कै समझान के ताहीं कहथै, 16 लेकिन भोलेपन और सम्मान के संग करौ। अपने मन कै सपा रखाबौ, ताकी जब तुमरो अपमान करो जाबै, तौ जो लोग मसीह के अगुवन के रूप मैं तुमरे अच्छे व्यवहार की बुराई करथैं, बे जो कहथैं बासे सरमाय जांगे। 17 बुराई के ताहीं दुख भोगन के बजाय अगर परमेस्वर की इच्छा होबै तौ भलाई के ताहीं दुख भोगनो अच्छो है। 18 तभई कि मसीह भी, मतलब अधर्मियन के ताहीं धर्मी पापन के कारड़ एक बार दुख उठाई, ताकी तुमकै परमेस्वर तक लैजाओ जाए सकै। बाकै सरीर के रूप से मार डारो गौ, लेकिन आत्मा के रूप से जिंदो कर दौ गौ, 19 और अपने आत्मिक अस्तित्व मैं जाएकै बौ कैद आत्मन कै उपदेस दई। 20 जे बे लोगन की आत्मा रहैं जो परमेस्वर की आग्यन कै मन से यकीन नाय करीं रहैं। जब बौ बे दिनन धीरज से असियात रहैं जब नूह अपने जहाज कै बनात रहै। जहाज मैं कुछ लोग, सबै मैं आठ जनी, पानी से बच गै रहैं, 21 जो बपतिस्मा के घाँईं इसारा करत भै एक प्रतीक रहै, जो अब तुमकै बचाथै। जौ सरीर की गंदगी से धोनो नाय है, बल्कि एक अच्छे मन से परमेस्वर से करो गौ वादा है। जौ तुमकै ईसु मसीह के पुनरुत्थान के जरिया से बचाथै, 22 जो स्वर्ग मैं चले गौ है और सब स्वर्गदूतन और स्वर्गिय अधिकारी और अचम्मे काम के संग सासन करत भै, परमेस्वर के दहने बैठगौ।