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एप्रैम अऊर मनश्शे गोत्रों ख दियो गयो हिस्सा
फिर यूसुफ को वंशजों ख यरीहो नगर को जवर, यरदन नदी सी यरीहो को झरना को पूर्व म जंगल तक की सीमा दी गयी, ओकी सीमा यरीहो सी शुरू होय क ऊ पहाड़ी देश सी होतो हुयो, बेतेल नगर ख पहुंची; वहां सी वा लूज सीमा तक पहुंची, अऊर अर्की जाति की सीमा सी होतो हुयो अतारोत सीमा पर जाय निकली; अऊर पश्चिम को तरफ यपलेतियों जाति की सीमा सी उतर क फिर खल्लो की बेथोरोन की सीमा सी होय क गेजेर नाम की जागा पर पहुंची, अऊर महासमुन्दर पर खतम भयी।
तब मनश्शे अऊर एप्रैम नाम को यूसुफ को दोयी टुरावों की सन्तान न अपनो अपनो हिस्सा लियो।
एप्रैम को हिस्सा
एप्रैमियों की सीमा उन्को कुलों को अनुसार या होती; उन्को हिस्सा की सीमा पूर्व सी शुरू होय क अत्रोतद्दार सी होतो हुयो ऊपर वालो बेथोरोन तक पहुंची; अऊर उत्तरी सीमा पश्चिम को तरफ को मिकमतात सी शुरू होय क पूर्व को तरफ मुड़ क तानतशीलो ख पहुंची, अऊर ओको जवर सी होतो हुयो यानोह तक गयी; फिर यानोह सी वा अतारोत अऊर नारा ख उतरती हुयी यरीहो को जवर सी होय क यरदन नदी पर खतम भयी। फिर वाच सीमा तप्पूह सी निकल क, अऊर पश्चिम को तरफ जाय क, काना को नाला सी होय क महासमुन्दर पर निकली। एप्रैमियों को कुल को हिस्सा उन्को कुलों को अनुसार योच ठहरयो। अऊर मनश्शे कुल को हिस्सा को बीच म भी कुछ नगर अपनो अपनो गांवो समेत एप्रैमियों को लायी अलग करयो गयो। 10 पर जो कनानी गेजेर नगर म बस्यो होतो उन्ख एप्रैमियों न वहां सी नहीं निकाल्यो; येकोलायी हि कनानी जाति उन्को बीच म अज भी बस्यो हंय, अऊर बेकार म दास को जसो करय हंय।
16:10 न्यायियों १:२९