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पवित्र जागा लायी भेंट
(निर्गमन ३५:४-९)
परमेश्वर न मूसा सी कह्यो, “इस्राएलियों सी यो कहजो कि मोरो लायी भेंट लाये; जितनो अपनी इच्छा सी देनो चाहेंन उन सभी सी मोरी भेंट लेजो। अऊर जिन चिजों की भेंट उन्को सी लेनो हय हि यो आय; मतलब सोना, चांदी अऊर पीतल, नीलो, जामुनी अऊर लाल रंग को कपड़ा, पतलो सूत सी बुन्यो कपड़ा, शेरी को बाल, लाल रंग सी रंगी हुयो मेंढी की खाल, सुईसों* की खाल, बबूल की लकड़ी, दीया लायी तेल, अभिषेक को तेल लायी अऊर सुगन्धित धूप लायी सुगन्ध मसाला, एपोद पोशाक अऊर ओको ऊपर पहिनन वालो चपरास लायी सुलैमानी गोटा, अऊर जड़न लायी मनि। अऊर हि मोरो लायी एक पवित्र जागा बनाये कि मय उन्को बीच निवास करूं। जो कुछ मय तोख दिखाऊ हय, मतलब रहन की जागा अऊर ओको सब सामान को नमुना, ओकोच अनुसार तुम लोग ओख बनावो।”
वाचा को सन्दूक
(निर्गमन ३७:१-९)
10 बबूल की लकड़ी को एक सन्दूक बनायो जाये; ओकी लम्बायी ढायी हाथ, अऊर चौड़ायी अऊर ऊंचायी देड़ देड़ हाथ की होना। 11 अऊर ओख शुद्ध सोनो सी अन्दर अऊर बाहेर मढ़वाजो, अऊर सन्दूक को ऊपर चारयी तरफ सोनो की किनार बनायजो। 12 अऊर सोनो को चार कड़ा साचा सी ढाल क बनायजो ओको चारयी पाय पर, एक तरफ दोय कड़ा अऊर दूसरो तरफ दोय कड़ा लगाजो। 13 फिर बबूल की लकड़ी को डन्डा बनवाजो, अऊर उन्ख भी सोनो सी मढ़ो। 14 अऊर डन्डा ख सन्दूक को दोयी तरफ को कड़ा म डालजो, जेकोसी उन्को सहारा सी सन्दूक ख उठायो जाये सके। 15 हि डन्डा सन्दूक को कड़ा म लग्यो रहेंन; अऊर ओको सी अलग नहीं करयो जाये। 16 अऊर जो गवाही चिट्ठी मय तोख देऊं ओख उच सन्दूक म रखजो।
17 “फिर शुद्ध सोनो को एक पश्चाताप को ढक्कन बनवाजो; ओकी लम्बायी ढायी हाथ, अऊर चौड़ायी देड़ हाथ की होना। 18 अऊर सोना ढाल क दोय करूब§ बनाय क पश्चाताप को ढक्कन को दोयी कोना पर लगवाजो। 19 एक करूब एक कोना पर अऊर दूसरो करूब दूसरो कोना पर लगवाजो; करूबों ख दया आसन को ढक्कन ख एकच तुकड़ा सी बनाय क ओको दोयी कोना पर लगवायजो। 20 उन करूबों को पंखा ऊपर सी असो फैल्यो हुयो बने कि पश्चाताप को ढक्कन उन सी ढक्यो रहे, अऊर उन्को मुख आमने-सामने अऊर दया आसन को ढक्कन को तरफ रहे। 21 अऊर पश्चाताप को ढक्कन ख सन्दूक को ऊपर लगवाजो; अऊर जो गवाही चिट्ठी मय तोख देऊं ओख सन्दूक को अन्दर रखजो। 22 मय वहां रह्य क तोरो सी मिलतो रहूं; अऊर इस्राएलियों लायी जितनी आज्ञाये मोख ख तोख देनो होय, उन सभी को बारे म पश्चाताप को ढक्कन को ऊपर सी अऊर उन करूबों को बीच म सी, जो गवाही चिट्ठी को सन्दूक पर होना, तोरो सी बात-चित करतो रहूं।”
पवित्र मेज
(निर्गमन ३७:१०-१६)
23 “फिर बबूल की लकड़ी की एक टेबल बनायजो; ओकी लम्बायी दोय हाथ, चौड़ायी एक हाथ, अऊर ऊंचायी देड़ हाथ की होना। 24 ओख शुद्ध सोनो सी मढ़ायजो, अऊर ओको चारयी तरफ सोनो की एक किनार बनायजो 25 अऊर ओको चारयी तरफ चार बोट चौड़ी चौखट बनायजो, अऊर यो चौखट को चारयी तरफ सोनो की एक किनार बनायजो। 26 अऊर सोनो को चार कड़ा बनवाय क टेबल को उन चारयी कोना म लगायजो जो ओको चारयी पाय म होयेंन। 27 हि कड़ा चौखट को जवरच होना, अऊर जेकोसी टेबल डन्डा को सहारा सी उठायो जाय सके। 28 बबूल की लकड़ी को डन्डा बनाय क सोनो सी मढ़वाजो, टेबल उन्को सीच उठायो जाये। 29 अऊर ओको परात अऊर धूपदान, अऊर मग्गा अऊर कुड़ावन को कटोरा, सब शुद्ध सोनो को बनायजो। 30 अऊर टेबल पर मोरो आगु भेंट की रोटी हमेशा रखजो।”
सोनो की दीवट
(निर्गमन ३७:१७-२४)
31 “फिर शुद्ध सोना को एक दीया बनायजो। सोनो ढाल क ऊ दीया पाया अऊर डन्डी सहित बनायो जाये; ओकी पंखुड़ी, गाठ, अऊर फूल, एकच तुकड़ा की बनी होना; 32 अऊर ओको किनार सी छय डन्डी निकली हो, तीन त दीवट को एक तरफ सी अऊर तीन ओको दूसरी तरफ सी निकली हुयी हो; 33 हर एक डगाली म बादाम को फूल को जसो तीन तीन पुष्पकोष, एक एक गांठ, अऊर एक एक फूल हो; दीया सी निकली हुयी छय डगालियों को योच आकार अऊर रूप हो; 34 अऊर खड़ो दीवट की डन्डी म बादाम को फूल को समान चार कटोरी अपनी पंकुड़ी फूल समेत हो; 35 अऊर दीया सी निकली हुयी छय डगालियों म सी एक बाजू तीन अऊर दूसरो बाजू तीन असो डन्डी हो, हि दीवट समेत एकच तुकड़ों को बन्यो हुयो हो। 36 उन्की पंकुड़ी अऊर डगाली सब दीया समेत एकच तुकड़ों की शुद्ध सोनो सी बनी हो। 37 अऊर सात दीया बनवाजो, अऊर दीया जलाय क दीवट पर रखजो कि उजाड़ो आगु दिखेंन। 38 अऊर ओको चिमटा अऊर गुलदान सब शुद्ध सोनो को हो। 39 ऊ सब पूरो सामान लगभग पैतीस किलो शुद्ध सोनो सी बनें। 40 अऊर ध्यान सी इन सब चीजो ख जसो बतायो हय वसोच बनायजो, जो तोख या पहाड़ी पर दिखायो होतो।”
* 25:5 सूंस नाम की पानी म रहन वाली बड़ी मच्छी 25:7 विशेष तरह को याजक लोगों को पहिनन को कपड़ा 25:7 कवच 25:17 इब्रानियों ९:५ § 25:18 पंख वालो स्वर्गदूत 25:30 लैव्यव्यवस्था २४:५-८ 25:40 प्रेरितों ७:४४; इब्रानियों ८:५