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गोग राज्य परमेश्वर को साधन को रूप म
फिर परमेश्वर को यो वचन मोरो जवर पहुंच्यो : “हे आदमी की सन्तान, अपनो मुंह मागोग देश को राजा गोग को तरफ कर क् जो रोश, मेशेक अऊर तूबल नगरों को शासक हय, उन्को खिलाफ भविष्यवानी कर, अऊर यो कह्य, हे राजा गोग, हे रोश, मेशेक, अऊर तूबल को मुखिया, परमेश्वर यहोवा यो कह्य हय : देख, मय तोरो खिलाफ हय। मय ओख घुमाऊं, अऊर तोरो जबड़ा म आकड़ा डाल क तोख निकालूं; अऊर तोरी पूरी सेना ख भी मतलब घोड़ा अऊर सवारों ख जो सब को सब कवच पहिन्यो हुयो एक बड़ी भीड़ हंय, जो बर्छी अऊर ढाल लियो हुयो सब को सब तलवार चलावन वालो होयेंन; अऊर ओको संग फारस, कूश अऊर पूत देशों को पूरो सैनिक दल रहेंन, जो सब को सब ढाल लियो अऊर टोप पहिन्यो रहेंन; अऊर गोमेर अऊर ओको पूरो दलों ख, अऊर उत्तर दिशा को दूर दूर को देशों को तोगर्मा को घराना, अऊर ओको पूरो दलों ख निकालूं; तोरो संग बहुत सो देशों को लोग रहेंन। येकोलायी तय तैयार होय जा; तय अऊर जितनी सैनिकों की भीड़ तोरो जवर जमा होयेंन, तैयार रह्यजो, अऊर तय उन्को अगुवा बनजो। बहुत दिन बितन पर तोरी सुधि लियो जायेंन; अऊर आखरी को साल म तय ऊ देश म आजो, जो तलवार को वश सी बच्यो हुयो होना, अऊर जो राज्य को निवासी बहुत सी राज्यों म सी जमा होयेंन; मतलब तय इस्राएल को पहाड़ पर आजो जो लगातार उजाड़ रह्यो हय; पर हि देश देश को लोगों को वश सी छुड़ायो जाय क सब को सब निडर रहेंन। तय चढ़ायी करजो अऊर आन्धी को समान आजो, अऊर अपनो पूरो दलों अऊर बहुत देशों को लोगों समेत बादर को जसो छाय जाजो।”
10 “परमेश्वर यहोवा यो कह्य हय : ऊ दिन तोरो मन म असी असी बाते आयेंन कि तय एक बुरी योजना भी बनायजो; 11 अऊर तय कह्यजो, ‘मय बिना दीवाल वालो गावों को देशों पर चढ़ायी करूं; मय उन लोगों को जवर जाऊं जो चैन सी निडर रह्य हंय; जो सब को सब बिना दीवाल अऊर बिना फाटक अऊर बिना पल्लां को बस्यो हुयो हय,’ ” 12 ताकी छीन क तय उन्ख लूटजो अऊर अपनो हाथ उन खण्डरों पर बढ़ायजो जो फिर सी बसायो गयो हय, अऊर उन लोगों को खिलाफ जाजो जो राज्यों म सी जमा भयो होतो, अऊर उन्को जवर जनावर अऊर जायजाद हय जो देश को बीच म रह्य हय। 13 शबा अऊर ददान नगर को लोग अऊर तर्शीश नगर को व्यापारी अपनो देश को सब जवान तोरो सी पूछेंन, का तय लूटन लायी आयो हय? का तय न सोना, चांदी, जनावर अऊर जायजाद लिजान लायी, अऊर बड़ी लूट लिजान लायी अपनी भीड़ जमा करी हय?
14 “यो वजह, हे आदमी की सन्तान, भविष्यवानी कर क् राजा गोग सी कहो, परमेश्वर यो कह्य हय : जो समय मोरी प्रजा इस्राएल निडर होय क बसी रहेंन, का तोख येको समाचार नहीं मिलेंन? 15 तय उत्तर दिशा को दूर दूर को जागावों सी आयेंन; तय अऊर तोरो संग बहुत सो राज्यों को लोग, जो सब को सब घोड़ा पर चढ़्यो हुयो रहेंन, मतलब एक बड़ी भीड़ अऊर शक्तिशाली सेना।” 16 जसो बादर जमीन पर छाय जावय हय, वसोच तय मोरी प्रजा इस्राएल को देश पर असो चढ़ायी करेंन। येकोलायी हे राजा गोग, आखरी को दिनों म असोच होयेंन, मय तोरो सी अपनो देश पर येकोलायी चढ़ायी कराऊं, कि जब मय राज्यों को देखतो तोरो द्वारा अपनो ख पवित्र ठहराऊं, तब हि मोख पहिचान लेयेंन।
गोग राजा ख परमेश्वर की सजा
17 “परमेश्वर यहोवा यो कह्य हय : का तय उच नोहोय जेकी चर्चा मय न पहले को समय म अपनो दासों को, मतलब इस्राएल को उन भविष्यवक्तावों द्वारा करी होती, जो उन दिनों म कुछ सालों तक या भविष्यवानी करतो गयो, कि परमेश्वर राजा गोग सी इस्राएल पर चढ़ायी करायेंन?” 18 जो दिन इस्राएल को देश पर राजा गोग चढ़ायी करेंन, उच दिन मोरी जलजलाहट मोरो मुंह सी प्रगट होयेंन, परमेश्वर यहोवा की या वानी आय। 19 मय न अपनी जलजलाहट अऊर गुस्सा की आग म कह्यो कि बिना सक ऊ दिन इस्राएल को देश म बड़ी भूईडोल होयेंन। 20 मोरो दर्शन म समुन्दर की मच्छियां अऊर आसमान को पक्षी, मैदान को जनावर अऊर जमीन पर जितनो जीवजन्तु रेंगय हंय, अऊर जमीन को ऊपर जितनो मनुष्य रह्य हंय, सब कांप उठेंन अऊर पहाड़ गिरायो जायेंन; सीधी चट्टान नाश होयेंन, अऊर सब दीवाले गिर क माटी म मिल जायेंन। 21 परमेश्वर यहोवा की या वानी आय कि मय ओको खिलाफ तलवार चलावन लायी अपनो सब पहाड़ियों ख पुकारूं अऊर हर एक की तलवार ओको भाऊ को खिलाफ उठेंन। 22 मय महामारी अऊर खून को द्वारा ओको सी मुकद्दमा लड़ूं; अऊर ओको पर अऊर ओको दलों पर, अऊर उन बहुत सी राज्यों पर जो ओको जवर होना, मय पानी की बड़ी झड़ी करवाऊं अऊर गारगोटी अऊर आगी अऊर गन्धक बरसाऊं। 23 यो तरह मय अपनो आप ख महान अऊर पवित्र ठहराऊं अऊर बहुत सी राज्यों को सामने अपनो आप ख प्रगट करूं। तब हि जान लेयेंन कि मय परमेश्वर आय।