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उसकी बुनियाद पाक पहाड़ों में है।
ख़ुदावन्द सिय्यून के फाटकों को या'क़ूब के सब घरों से ज़्यादा 'अज़ीज़ रखता है।
ऐ ख़ुदा के शहर!
तेरी बड़ी बड़ी खू़बियाँ बयान की जाती हैं। सिलाह
मैं रहब और बाबुल का यूँ ज़िक्र करूँगा,
कि वह मेरे जानने वालों में हैं;
फ़िलिस्तीन और सूर और कूश को देखो, यह वहाँ पैदा हुआ था।
बल्कि सिय्यून के बारे में कहा जाएगा,
कि फ़लाँ फ़लाँ आदमी उसमें पैदा हुए।
और हक़ता'ला ख़ुद उसको क़याम बख़्शेगा।
ख़ुदावन्द क़ौमों के शुमार के वक़्त दर्ज करेगा,
कि यह शख़्स वहाँ पैदा हुआ था।
गाने वाले और नाचने वाले यही कहेंगे कि
मेरे सब चश्में तुझ ही में हैं।