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बपतिस्मा देन वालो यूहन्ना को तरफ सी सन्देश
(लूका ७:१८-३५)
1 जब यीशु अपनो बारयी चेलावों ख शिक्षा दे चुक्यो, त ऊ उन्को नगरों म उपदेश अऊर प्रचार करन ख उत सी चली गयो।
2 जब यूहन्ना न जेलखाना म मसीह को कामों को समाचार सुन्यो अऊर अपनो चेलावों ख ओको सी यो पूछन भेज्यो,
3 “का आवन वालो तयच आय, का हम कोयी दूसरों की रस्ता देखबो?”
4 यीशु न उत्तर दियो, “जो कुछ तुम सुनय हय अऊर देखय हय, ऊ सब जाय क यूहन्ना सी कह्य देवो,
5 कि अन्धा देखय हंय अऊर लंगड़ा चलय फिरय हंय, कोढ़ी शुद्ध करयो जावय हंय, अऊर बहिरा सुनय हंय, मुर्दों ख जीन्दो करयो जावय हंय, अऊर गरीबों ख सुसमाचार सुनायो जावय हय।
6 अऊर धन्य हय, जो मोरो वजह ठोकर नहीं खावय।”
7 जब हि उत सी चली गयो, त यीशु यूहन्ना को बारे म लोगों सी कहन लग्यो, “तुम सुनसान जंगल म का देखन गयो होतो? का हवा सी हलतो हुयो घास ख?
8 तब तुम का देखन गयो होतो? का चमकदार कपड़ा पहिन्यो हुयो आदमी ख? देखो, जो चमकदार कपड़ा पहिनय हंय, हि राजभवनों म रह्य हंय!
9 त फिर कहाली गयो होतो? का कोयी भविष्यवक्ता ख देखन ख? हव, मय तुम सी कहू हय कि भविष्यवक्ता सी भी बड़ो ख।
10 यो उच आय जेको बारे म लिख्यो हय: ‘देख, मय अपनो दूत ख तोरो आगु भेजूं हय, जो तोरो आगु तोरो रस्ता तैयार करेंन।’
11 मय तुम सी सच कहू हय कि जो बाईयों सी जनम लियो हय, उन्म सी यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो सी कोयी बड़ो नहीं भयो; पर जो स्वर्ग को राज्य म छोटो सी छोटो हय ऊ ओको सी बड़ो हय।
12 यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो को दिनो सी अब तक स्वर्ग को राज्य म बलपूर्वक सिरतो रह्यो हय, अऊर बलवान ओख छीन लेवय हंय।
13 कहालीकि सब भविष्यवक्तावों अऊर मूसा की व्यवस्था, यूहन्ना को आनो तक भविष्यवानी करत रह्यो होतो।
14 अऊर चाहो त मानो कि एलिय्याह जो आवन वालो होतो, ऊ योच आय।
15 जेको कान होना ऊ सुन ले।
16 “मय यो पीढ़ी को लोगों की तुलना कौन्को सी करू? हि उन बच्चां को जसो हंय, जो बजार म बैठ्यो हुयो एक दूसरों सी पुकार क कह्य हंय:
17 ‘हम न तुम्हरो लायी बांसुरी बजायी, अऊर तुम नहीं नाच्यो; हम न विलाप करयो, अऊर तुम रोयो नहीं।’
18 कहालीकि यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो नहीं खातो आयो अऊर नहीं पीतो, अऊर हि कह्य हंय, ‘ओको म दुष्ट आत्मा हय।’
19 आदमी को बेटा खातो पीतो आयो, अऊर हि कह्य हंय ‘देखो, खादाड़ अऊर पियक्कड़ आदमी, कर लेनवालो अऊर पापियों को संगी!’ पर परमेश्वर को ज्ञान अपनो कामों सी सच्चो ठहरायो गयो हय।”
अविश्वासी गांव
(लूका १०:१३-१५)
20 तब यीशु उन नगरों को बारे म धिक्कारन लग्यो, जिन्म ओन बहुत सो सामर्थ को काम करयो होतो, लेकिन उन्न अपनो मन नहीं फिरायो होतो।
21 “हाय, खुराजीन! हाय, बैतसैदा! नगर जो सामर्थ को काम तुम म करयो गयो, यदि हि सूर अऊर सैदा म करयो जातो, त बोरा ओढ़ क, अऊर राखड़ म बैठ क हि अपनो पापों सी कब को फिराय लेतो।
22 पर मय तुम सी कहू हय कि न्याय को दिन तुम्हरी दशा सी सूर अऊर सैदा की दशा जादा सहन लायक होयेंन।
23 हे कफरनहूम, का तय स्वर्ग तक ऊंचो करयो जाजो? तय त अधोलोक तक खल्लो जाजो! जो सामर्थ को काम तोरो म करयो गयो हंय, यदि सदोम म करयो जातो, त ऊ अज तक बन्यो रहतो।
24 पर मय तुम सी कहू हय कि न्याय को दिन तोरी दशा सी सदोम की दशा जादा सहन लायक होयेंन।”
बोझ सी दब्यो लोगों लायी आराम
(लूका १०:२१,२२)
25 उच समय यीशु न कह्यो, “हे बाप, स्वर्ग अऊर धरती को प्रभु, मय तोरो धन्यवाद करू हय कि तय न इन बातों ख ज्ञानियों अऊर पड़्यो लिख्यो सी लुकाय क रख्यो हय, अऊर बच्चां पर प्रगट करयो हय।
26 हव, हे बाप, कहालीकि तोख योच अच्छो लग्यो।
27 “मोरो बाप न मोख सब कुछ सौंप दियो हय; अऊर कोयी बेटा ख नहीं जानय, केवल बाप ख; अऊर कोयी बाप ख नहीं जानय, केवल बेटा ख; अऊर ऊ जेक बेटा प्रगट करयो।
28 “हे सब मेहनत करन वालो अऊर बोझ सी दब्यो हुयो लोगों, मोरो जवर आवो; मय तुम्ख आराम देऊं।
29 मोरो बोझ अपनो ऊपर उठाय लेवो, अऊर मोरो सी सीखो; कहालीकि मय नम्र अऊर मन म नरम हय: अऊर तुम अपनो मन म आराम पावों।
30 कहालीकि मोरो जूवा सहज अऊर मोरो बोझ हल्को हय।”