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पापबलि की विधि
फिर परमेश्वर न मूसा सी कह्यो, इस्राएलियों सी यो कह्य कि यदि कोयी आदमी उन कामों म सी जिन्ख परमेश्वर न मना करयो हय, उन म सी एक कोयी काम ख भूल सी कर क् पापी होय जाये;
अऊर यदि अभिषिक्त याजक असो पाप करय हय, त प्रजा दोषी ठहरय हय, त अपनो पाप को वजह एक जवान बईल परमेश्वर ख पापबलि कर क् चढ़ाये। ऊ बईल ख मिलाप वालो तम्बू को फाटक पर परमेश्वर को सामने लिजाय क ओको मुंड पर हाथ रख क परमेश्वर को सामने बलि करे। अऊर अभिषिक्त याजक बईल को खून म सी कुछ ले क मिलाप वालो तम्बू म लिजाये; अऊर याजक अपनो बोट खून म डुबाय क अऊर ओको म सी कुछ अंश ले क पवित्र जागा को बीच वालो परदा को सामने परमेश्वर को सामने सात बार छिड़के। अऊर याजक ऊ खून म सी कुछ अंश सुगन्धित धूप की वेदी को सींगो पर जो मिलाप वालो तम्बू म हय परमेश्वर को सामने लाये; फिर बईल को सब खून ख होमबलि की वेदी जो मिलाप वालो तम्बू को फाटक हय कुड़ाय दे। फिर ऊ पापबलि को बईल की सब चरबी ख ओको सी अलग करे, मतलब जो चरबी सी अतड़ियां झकी रह्य हय, अऊर जितनी चरबी ओको म लिपटी रह्य हय, अऊर दोयी गुड़दा अऊर उन्को ऊपर की चरबी जो कमर को जवर रह्य हय, अऊर गुड़दा समेत कलेजा को ऊपर झिल्ली, इन सब ख ऊ असो अलग करे, 10 अऊर मेल-मिलाप बलिदान वालो चढ़ावा को जनावर सी अलग करयो जावय हय, अऊर याजक उन्ख होमबलि की वेदी पर जलायेंन। 11 पर ऊ बईल की खाल, पाय, मुंड, अतड़ियां, गोबर, 12 बईल को पूरो बच्यो हिस्सा ख छावनी सी बाहेर शुद्ध जागा म, जहां राख डाली जावय हय, अऊर ओख लकड़ी पर रख क जलाय दे; जहां राख डाली जावय हय वहांच ओख जलायो जाय।
13 यदि इस्राएल की पूरी मण्डली अज्ञानता को वजह पाप करे अऊर वा बात मण्डली की आंखी सी लूकी होना, अऊर परमेश्वर न पाप नहीं करन को आदेश दियो हय, यदि असो होवय हय त ऊ दोषी ठहरेंन; 14 त जब ओको करयो हुयो पाप प्रगट होय जाये तब मण्डली एक बईल ख पापबलि कर क् चढ़ाये। ऊ ओख मिलाप वालो तम्बू को सामने लि जाय, 15 अऊर मण्डली को बुजूर्ग लोग अपनो अपनो हाथों ख परमेश्वर को सामने बईल को मुंड पर रखे, अऊर ऊ बईल परमेश्वर को सामने बलि करयो जाय। 16 तब अभिषिक्त याजक बईल को खून म सी कुछ मिलाप वालो तम्बू म लि जाय; 17 अऊर याजक अपनो बोट खून म डुबाय क ओख बीच वालो परदा को सामने सात बार परमेश्वर को सामने छिड़के। 18 अऊर उच खून म सी वेदी को सींगो पर जो परमेश्वर को सामने मिलाप वालो तम्बू म हय लगाये; अऊर बच्यो हुयो सब खून होमबलि की वेदी की पाया पर जो मिलाप वालो तम्बू को फाटक पर हय कुड़ाय दे। 19 अऊर ऊ बईल की सब चरबी निकाल क वेदी पर जलाये। 20 जसो पापबलि को बईल सी करयो होतो वसोच येको सी भी करे; यो तरह याजक इस्राएलियों को पापों ख झाके, तब ओको ऊ पाप माफ करयो जायेंन। 21 अऊर ऊ बईल ख छावनी सी बाहेर लिजाय क उच तरह जलाये जसो पहिलो बईल ख जलायो होतो; वसोच यो मण्डली लायी पापबलि ठहरेंन।
22 जब कोयी मुखिया पाप कर क्, मतलब अपनो परमेश्वर यहोवा की कोयी आज्ञा को खिलाफ भूल सी कुछ कर क् दोषी होय जाये, 23 अऊर ओको पाप ओको पर प्रगट होय जाये। त ऊ एक निर्दोष बकरा बलिदान करन लायी ले जाय; 24 अऊर बकरा को मुंड पर अपनो हाथ रखे, अऊर बकरा ख वा जागा पर बलि करे जहां होमबलिपशु परमेश्वर को सामने बलि करयो जावय हय; यो पापबलि ठहरेंन। 25 तब याजक अपनो बोट सी पापबलिपशु को खून म सी कुछ ले क होमबलि की वेदी को सींगो पर लगाये, अऊर ओको खून होमबलि की वेदी की पाया पर कुड़ाय दे। 26 अऊर ऊ ओकी पूरी चरबी ख मेल-मिलाप बलिदान पशु की चरबी को जसो वेदी पर जलाये; अऊर याजक ओको पाप ख झाके, तब ऊ माफ करयो जायेंन।
27 यदि साधारन लोगों म सी कोयी अज्ञानता सी पाप करे, उन कामों म सी कोयी काम ख करय हय जिन्ख परमेश्वर न मना करयो हय, त ऊ दोषी ठहरेंन, 28 त ऊ पाप को वजह एक निर्दोष शेरी को बच्चा बलिदान लायी ले जाय। 29 अऊर ऊ अपनो हाथ पापबलिपशु को मुंड पर रखे, अऊर होमबलि को जागा पर पापबलिपशु को बलिदान करे। 30 अऊर याजक ओको खून म सी अपनो बोट सी कुछ ले क होमबलि की वेदी को सींगो पर लगाये, अऊर ओको सब खून ख उच वेदी की पाया पर कुड़ाय दे। 31 अऊर ऊ ओकी सब चरबी ख मेल-मिलाप बलिदान पशु की चरबी को जसो अलग करे, तब याजक ओख वेदी पर परमेश्वर लायी सुखदायक सुगन्ध लायी जलाये; अऊर यो तरह याजक ओको पाप झाके, तब ओख माफी मिलेंन।
32 यदि ऊ पापबलि लायी एक मेंढी को बच्चा लावय, त ऊ निर्दोष मादा होनो चाहिये, 33 अऊर ऊ अपनो हाथ पापबलिपशु को मुंड पर रखे, अऊर ओख पापबलि लायी उतच बलिदान करे जहां होमबलिपशु बलि करयो जावय हय। 34 तब याजक अपनो बोट सी पापबलि को खून म सी कुछ ले क होमबलि की वेदी को सींगो पर लगाये, अऊर ओको सब खून ख वेदी की पाया पर कुड़ाय दे। 35 अऊर ऊ ओकी सब चरबी ख मेल-मिलाप बलिदान वालो मेंढी को बच्चा की चरबी को जसो अलग करे, अऊर याजक ओख वेदी पर परमेश्वर को हवनों को ऊपर जलाये; अऊर यो तरह याजक ओको पाप ख झाके, तब ऊ माफ करयो जायेंन।