लैव्यव्यवस्था
लैव्यव्यवस्था
परिचय
लैव्यव्यवस्था की किताब उन नियमों सी बनी हय जिन्ख परमेश्वर न मूसा को द्वारा इस्राएलियों ख दियो होतो। यो नियम बलिदानों अऊर भेंट ख चढ़ावन अऊर मिलाप वालो तम्बू म आराधना को नियम ख नियमित करन सी सम्बन्धित हय। “लैव्यव्यवस्था” शब्द को अर्थ हय “लेवियों सी सम्बन्धित,” जो इस्राएल को ऊ कुल होतो जेख परमेश्वर न याजक बनन अऊर आराधनालय की देखभाल करन लायी चुन्यो होतो। परंपरागत रूप सी विद्वानों को माननो हय कि लैव्यव्यवस्था की किताब, अऊर संग म पंचग्रंथ की दूसरी किताबे उत्पत्ति, निर्गमन, गिनती, अऊर व्यवस्थाविवरण भविष्यवक्ता को द्वारा लिखी गयी होती। असो मान्यो जावय हय कि खुद ग्रंथ भी येको तरफ इसारा करय हय, कहालीकि लैव्यव्यवस्था १:१ म लिख्यो हय कि परमेश्वर न हि बाते मूसा सी कहीं होती। कुछ विद्वानों को यो भी माननो हय कि या किताब प्राचीन चिट्ठियों सी एकजुट होय क ५ वी यां ६ वी शताब्दी ई. पहले म बेबीलोन म तैयार करी गयी होती।
लैव्यव्यवस्था की सुरूवात म हम पढ़जे हय कि परमेश्वर न याजकों ख अलग अलग तरह को बलिदान चढ़ावन को आदेश दियो। इन्म सी कुछ बलिदान लोगों को पापों को लायी चढ़ायो जावय हय। दूसरो बलिदान खुद की इच्छा सी, कोयी व्यक्ति को परमेश्वर को प्रति प्रेम को वजह चढ़ायो जाय सकत होतो। हर स्तिथि म यो जरूरी होतो कि बलिदान शुद्ध अऊर दोषरहित होय, मतलब व्यक्ति को तरफ सी बहुत अच्छो होय। यो साफ रूप सी परमेश्वर की पवित्रता ख दर्शावत होतो। किताब को आखरी भाग म यो समझायो गयो हय कि इस्राएली अऊर याजक कसो शुद्ध रह्य सकय हंय यां फिर कसो अशुद्धता सी शुद्ध होय सकय हंय। या किताब को मुख्य विषय यो हय कि परमेश्वर पवित्र हय, अऊर या किताब म दियो गयो नियमों को पालन कर क् इस्राएली परमेश्वर की मौजूदगी म रह्य सकत होतो।
रूप-रेखा
१. अलग अलग तरह को बलिदान चढ़ावन को आदेश दियो गयो हंय। १:१–७:३८
२. हारून अऊर ओको टुरावों ख याजक चुन्यो जान को बारे म वर्नन हय। ८:१–१०:२०
३. शुद्ध अऊर अशुद्ध भोजन यां बिमारियों को बारे म विधियां दी गयी हंय। ११:१–१६:३४
४. भोजन, त्यौहार, नैतिक व्यवहार अऊर आराम सालों जसो विषयों पर अलग अलग कयी आदेश बतायो गयो हंय। १७:१–२७:३४
1
होमबलि की विधि
1 परमेश्वर न मूसा ख बुलाय क मिलाप वालो तम्बू म सी ओको सी कह्यो,
2 इस्राएलियों सी कह्य कि तुम म सी यदि कोयी आदमी परमेश्वर को लायी पशु को चढ़ावा चढ़ाये,
त ओको बलिपशु पालतु जनावर यां मेंढा-शेरियों को झुण्ड म सी एक को हो।
3 “यदि ऊ गाय-बईलों म सी होमबलि करे, त निर्दोष नर मिलाप वालो तम्बू को द्वार पर चढ़ाये कि परमेश्वर ओख स्विकार करे।
4 ऊ अपनो हाथ होमबलिपशु को मुंड पर रखे, अऊर ऊ ओको लायी प्रायश्चित कर क् स्विकार करे।
5 तब ऊ बछड़ा ख परमेश्वर को आगु बलि करे; अऊर हारून को टुरा जो याजक हंय हि खून ख वेदी को जवर लिजाय क ऊ वेदी को चारयी तरफ छिड़के जो मिलाप वालो तम्बू को फाटक पर हय।”
6 फिर ऊ होमबलिपशु की खाल निकाल क ऊ पशु ख तुकड़ा-तुकड़ा करे;
7 तब हारून याजक को टुरा वेदी पर आगी रखे, अऊर आगी पर लकड़ी सजाय क रखे;
8 अऊर हारून को टुरा जो याजक हय हि मुंड अऊर चरबी समेत पशु को टुकड़ा ख ऊ लकड़ी पर जो वेदी की आगी पर होना सजाय क रखे;
9 अऊर ऊ ओकी आंतड़ियों अऊर पाय ख पानी सी धोये। तब याजक सब ख वेदी पर जलाये कि ऊ होमबलि परमेश्वर को लायी सुखदायक सुगन्ध वालो बलिदान ठहरे।
10 यदि ऊ झुण्ड म सी मेंढी यां शेरियों की होमबलि चढ़ाये त पूरो तरह सी स्वस्थ नर जनावर ख चढ़ाये;
11 अऊर ऊ ओख परमेश्वर को आगु वेदी को उत्तर को तरफ बलि करे; अऊर हारून को टुरा जो याजक हंय हि ओको खून ख वेदी को चारयी तरफ छिड़के।
12 अऊर ऊ ओख तुकड़ा-तुकड़ा करे, अऊर मुंड अऊर चरबी ख अलग करे, अऊर याजक इन सब ख ऊ लकड़ी पर सजाय क रखे जो वेदी की आगी पर होना;
13 अऊर ऊ ओकी आंतड़ियों अऊर पाय ख पानी सी धोये। अऊर याजक सब ख जवर लिजाय क वेदी पर जलाये कि ऊ होमबलि अऊर यहोवा को लायी सुखदायक सुगन्ध वालो बलिदान ठहरे।
14 यदि ऊ परमेश्वर को लायी पक्षियों की होमबलि चढ़ाये, त पण्डुकों यां कबूतरों को चढ़ावा चढ़ाये।
15 याजक ओख वेदी को जवर लिजाय क ओको गलो मुरकट क मुंड ख धड़ सी अलग करे, अऊर वेदी पर जलाये; अऊर ओको पूरो खून ऊ वेदी को बाजू म गिरायो जाये;
16 अऊर ऊ ओकी गल-थैली ख पंखों क वेदी को पूर्व को तरफ राख डालन को जागा पर फेंक दे;
17 अऊर ऊ ओख पंखा को बीच सी फाड़े, पर अलग-अलग नहीं करे। तब याजक ओख वेदी पर ऊ लकड़ी को ऊपर रख क जो आगी पर होना जलाये कि ऊ होमबलि अऊर परमेश्वर को लायी सुखदायक सुगन्ध वालो बलिदान ठहरे।