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बाल मुंडाय क यहेजकेल को द्वारा यरूशलेम को विनाश दर्शानो
1 “हे आदमी की सन्तान, एक धार वाली तलवार ले, अऊर ओख भाली को उस्तरा को जसो काम म लाय क अपनो मुंड अऊर दाढ़ी को मूंड डाल, अब तौलन को तराजू ले क बालों को हिस्सा कर।
2 जब नगर को घेरन को दिन पूरो होयेंन, तब नगर को अन्दर एक तिहायी हिस्सा आगी म डाल क जलायजो, अऊर एक तिहायी हिस्सा चारयी तरफ तलवार सी मारजो; अऊर एक तिहायी हिस्सा हवा म उड़ायजो, अऊर मय तलवार खीच क ओको पीछू चलाऊं।
3 तब इन म सी थोड़ो सो बाल ले क अपनो कपड़ा को कोना म बान्धजो।
4 फिर इन म सी भी थोड़ो सो बाल ले क आगी म डालजो कि हि आगी म जर जायेंन, तब वाच आगी म सी एक लौ भड़क क निकलेंन अऊर इस्राएल को पूरो घराना म फैल जायेंन।
5 “प्रभु परमेश्वर यो कह्य हय : यरूशलेम नगर असोच हय; मय न ओख दूसरो राष्ट्रों को बीच म ठहरायो हय, अऊर ऊ चारयी तरफ सी दूसरो देशों सी घिरयो हय।
6 ओन मोरो नियमों को खिलाफ काम कर क् दूसरो राष्ट्रों सी जादा दुष्टता करी, अऊर मोरी विधियों को खिलाफ चारयी तरफ को देशों को लोगों सी जादा बुरायी करी हय; कहालीकि उन्न मोरो नियम ख तुच्छ जान्यो, अऊर हि मोरी विधियों पर नहीं चल्यो।
7 यो तरह प्रभु परमेश्वर यो कह्य हय : तुम लोग जो अपनो चारयी तरफ को राष्ट्रों सी जादा हल्ला मचावय, अऊर नहीं मोरी विधियों पर चलय, अऊर नहीं मोरो नियमों को पालन करय अऊर अपनो चारयी तरफ को राष्ट्रों को नियमों को अनुसार भी नहीं करयो,
8 यो वजह प्रभु परमेश्वर यो कह्य हय : देख, मय खुद तोरो खिलाफ हय; अऊर दूसरो राष्ट्रों को देखतो मय तोरो बीच न्याय को काम करूं।
9 तोरो सब घिनौनो कामों को वजह मय तोरो बीच असो करूं, जसो अब तक नहीं करयो हय, अऊर नहीं भविष्य म फिर कभी करूं।
10 सुनो तुम्हरो बीच रहन वालो पिता अपनो बच्चां को मांस खायेंन; अऊर टुरा अपनो पिता को! मय तुम्ख याच सजा देऊं, अऊर जो लोग बच जायेंन, उन्ख मय चारयी तरफ दिशावों म बिखेर देऊं।
11 “येकोलायी प्रभु परमेश्वर की या वाणी हय, कि मोरो जीवन की कसम, येकोलायी कि तय न मोरी पवित्र जागा ख अपनी पूरी घिनौनी मूर्तियों अऊर पूरो घिनौनो कामों सी अशुद्ध करयो हय, मय तोख घटाऊं, अऊर तोरो पर दया नहीं करूं, अऊर तोरो पर कुछ भी तरस नहीं खाऊं।
12 तोरो तीन म सी एक हिस्सा महामारी सी मरेंन, अऊर तोरो बीच म भूख सी मर जायेंन; तीन म सी एक हिस्सा नगर को बाहेर तलवार सी मारी जायेंन; अऊर तीन म सी हिस्सा ख मय चारयी तरफ तितर बितर करूं अऊर तलवार सी उन्को पीछा करूं।
13 “यो तरह सी मोरो क्रोध शान्त होयेंन, अऊर अपनी क्रोध की पूरी शक्ति उन पर भड़काय क मय शान्ति पाऊं; अऊर जब मय अपनी क्रोध की शक्ति उन पर पूरी रीति सी भड़काय देऊ, तब हि जान लेयेंन कि मोख परमेश्वरच न जलन म आय क यो कह्यो हय।
14 मय तोख तोरो चारयी तरफ को जातियों को बीच, सब आन-जान वालों को देखतो हुयो तोख उजाड़ देऊं, अऊर तोरी निन्दा करवाऊं।
15 “येकोलायी जब मय तोख क्रोध अऊर जलजलाहट अऊर फटकार को संग सजा देऊं, तब तोरो चारयी तरफ को राष्ट्र को सामने निन्दा, ठट्ठा, अऊर अपमानित होजो, कहालीकि मोख परमेश्वर न यो कह्यो हय।
16 यो ऊ समय होयेंन, जब मय उन लोगों को नाश करन लायी अकाल को घातक तीर चलाय क, तुम्हरो बीच भयंकर अकाल लाऊं, अऊर भोजनरूपी आधार ख दूर करूं।
17 मय तुम्हरो बीच अकाल अऊर जंगली जनावर भेजूं जो तुम्ख बिन सन्तान को कर देयेंन; अऊर महामारी अऊर खून तुम्हरो बीच चलतो रहेंन; अऊर मय तुम पर दुस्मन की तलवार चलवाऊं, मय, प्रभु न यो कह्यो हय।”