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यीसू के परिछा 
 
(मरकुस 1:12‑13; लूका 4:1‑13)  
1 तब पबितर आतमा ह यीसू ला निरजन जगह म ले गीस कि सैतान के दुवारा ओकर परिछा होवय।  
2 यीसू ह चालीस दिन अऊ चालीस रात उपास रिहिस, ओकर पाछू ओला भूख लगिस।  
3 तब सैतान ह ओकर करा आईस अऊ कहिस, “यदि तेंह परमेसर के बेटा अस, त ये पथरामन ले कह कि येमन रोटी बन जावंय।”   
4 यीसू ह जबाब दीस, “परमेसर के बचन म लिखे हवय, ‘मनखे ह सिरिप रोटी ले ही जीयत नइं रहय, फेर हर ओ बचन, जऊन ह परमेसर के मुहूं ले निकलथे जीयत रहिही।’”   
5 तब सैतान ह यीसू ला पबितर सहर म ले गीस अऊ ओला मंदिर के टीप म ठाढ़ करके कहिस,  
6 “कहूं तेंह परमेसर के बेटा अस, त उहां ले खाल्हे कूद जा, काबरकि परमेसर के बचन म ये लिखे हवय,  
“परमेसर ह तोर बारे म अपन स्वरगदूतमन ला हुकूम दीही,  
अऊ ओमन तोला अपन हांथ म उठा लीहीं,  
ताकि तोर गोड़ म पथरा ले चोट झन लगय।”   
7 यीसू ह ओला कहिस, “परमेसर के बचन म ये घलो लिखे हवय, ‘परभू अपन परमेसर के परिछा झन कर।’”   
8 तब फेर सैतान ह यीसू ला एक ठन बहुंत ऊंच पहाड़ ऊपर ले गीस अऊ ओला संसार के जम्मो राजपाट अऊ ओकर सोभा ला देखाके कहिस,  
9 “यदि तेंह झुकके मोर अराधना करबे, त मेंह तोला ये जम्मो ला दे दूहूं।”   
10 फेर यीसू ह ओला कहिस, “हे सैतान! मोर ले दूरिहा हट; काबरकि परमेसर के बचन म ये लिखे हवय, तेंह परभू अपन परमेसर के अराधना कर अऊ सिरिप ओकरेच सेवा कर।”   
11 तब सैतान ह ओकर करा ले चले गीस, अऊ स्वरगदूतमन आके ओकर सेवा करे लगिन।   
यीसू ह परचार करे के सुरू करथे 
 
(मरकुस 1:14‑15; लूका 4:14‑15, 31)  
12 जब यीसू ह ये सुनिस कि यूहन्ना ला जेल म डार दे गे हवय, त ओह गलील प्रदेस ला चल दीस।  
13 यीसू ह, नासरत ला छोंड़ दीस अऊ कफरनहूम सहर म जाके बस गीस, ये सहर ह जबूलून अऊ नपताली के सीमना म झील के तीर म रिहिस।  
14 येह एकर खातिर होईस ताकि यसायाह अगमजानी के दुवारा कहे गय ये बात ह पूरा होवय:   
15 “जबूलून के देस अऊ नपताली के देस,  
समुंदर के तरफ जाय के रसता म,  
यरदन नदी के ओ पार, आनजातमन के गलील प्रदेस,   
16 जऊन मनखेमन अंधियार म रहत रिहिन,  
ओमन एक बड़े अंजोर ला देखिन;  
अऊ जऊन मन मिरतू के छइहां के प्रदेस म रहत रिहिन,  
ओमन के ऊपर एक अंजोर चमकिस।”   
17 ओ समय ले यीसू ह परचार करन लगिस अऊ कहिस, “अपन पाप ले पछताप करव, काबरकि स्वरग के राज ह लकठा आ गे हवय।”   
यीसू के पहिली चेलामन 
 
(मरकुस 1:16‑20; लूका 5:1‑11; यूहन्ना 1:35‑42)  
18 जब यीसू ह गलील झील के तीरे-तीर जावत रिहिस, त ओह दू झन भाईमन ला देखिस; ओमन के नांव सिमोन जऊन ला पतरस कहे जाथे अऊ ओकर भाई अन्द्रियास रिहिस। ये दूनों भाई झील म जाल डारत रिहिन, काबरकि ओमन मछुआर रिहिन।  
19 यीसू ह ओमन ला कहिस, “मोर पाछू आवव; मेंह तुमन ला मनखे पकड़इया मछुआर बनाहूं।”  
20 ओमन तुरते अपन जाल ला छोंड़के ओकर पाछू हो लीन।   
21 उहां ले आघू जाय के बाद, यीसू ह दू झन अऊ भाईमन ला देखिस—याकूब अऊ ओकर भाई यूहन्ना ला, जऊन मन जबदी के बेटा रिहिन। ओमन अपन ददा जबदी के संग एक ठन डोंगा म रहंय अऊ अपन जाल ला सुधारत रहंय। यीसू ह ओमन ला बलाईस,  
22 अऊ ओमन तुरते डोंगा अऊ अपन ददा ला छोंड़के यीसू के पाछू हो लीन।   
यीसू ह बिमरहा ला बने करथे 
 
(लूका 6:17‑19)  
23 यीसू ह जम्मो गलील प्रदेस म जाके, यहूदीमन के सभा-घर म उपदेस दीस, अऊ परमेसर के राज के सुघर संदेस के परचार करिस, अऊ मनखेमन के हर किसम के रोग अऊ बेमारी ला बने करिस।  
24 यीसू के खबर ह जम्मो सीरिया देस म फईल गीस, अऊ मनखेमन ओ जम्मो झन ला ओकर करा लाने लगिन, जऊन मन कतको किसम के रोग ले बेमार रहंय, जऊन मन असहनीय पीरा म रहंय, जऊन मन ला परेत आतमा धरे रहय, जऊन मन ला मिरगी के बेमारी रहय, अऊ जऊन मन ला लकवा मारे रहय; यीसू ह ओ जम्मो झन ला चंगा करिस।  
25 गलील प्रदेस, दिकापुलिस, यरूसलेम, यहूदिया, अऊ यरदन नदी के ओ पार के मनखेमन के एक बड़े भीड़ ओकर पाछू हो लीस।