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आत्मा रे बरदान
ओ साथी विश्वासियो, आँऊ चाऊँआ कि तुसे लोक पवित्र आत्मा रे जरिए दित्ते रे आत्मिक बरदानो रे बारे रे ठीक-ठीक समजी लओ। तुसे जाणोए कि जेबे तुसे प्रभुए पाँदे विश्वास नि करो थे तो तेबे गूँगिया मूर्तिया पीछे जिंयाँ चलाए जाओ थे तिंयाँ ई चली पड़ो थे। इजी री खातर आऊँ तुसा खे समजयाणा चाऊँआ कि जो कोई परमेशरो री आत्मा री अगुवाईया ते बोलोआ, से नि बोलदा कि यीशु स्रापित ए और सिर्फ पवित्र आत्मा ई केसी खे ये बोलणे जोगा बणाओआ, “यीशु ई प्रभु ए।”
आत्मिक बरदान तो कई प्रकारा रे ए, पर आत्मा एक ईए और सेवा बी कई प्रकारा री ए, पर प्रभु एक ईए परमेशर कई तरीके ते आसा री जिन्दगिया रे काम करोआ पर परमेशर एक ईए, जो आसा सबी रे जरिए काम करोआ।
परमेशर आसा सबी खे आत्मिक बरदान देओआ ताकि आसे एकी दूजे री सेवा करी सकिए। परमेशरो री आत्मा एकी मांणूए खे बुद्धिया साथे परेया रा संदेश बोलणे री योग्यता देओआ और सेई आत्मा केसी दूजे मांणूए खे ज्ञानो रे मुताबिक संदेश बोलणे री योग्यता देओआ। सेई आत्मा केसी मांणूए खे मसीह रे विश्वास करने री योग्यता देओआ और केसी खे तेसी ई आत्मा ते चंगा करने रा बरदान दित्तेया जाओआ। 10 सेई आत्मा केसी खे सामर्था रे काम करने री शक्ति और केसी खे भविष्यबाणी करने री योग्यता देओआ। फेर केसी ओरी खे तिजी खे परखणे री योग्यता देओआ कि से वचन परमेशरो री आत्मा री तरफा तेआ या दुष्टात्मा री तरफा तेआ। फेर केसी ओरी खे कई प्रकारा री पाषा बोलणे री योग्यता देओआ और केसी ओरी खे तेसा पाषा रा मतलब बताणे री योग्यता देओआ। 11 ये सारे बरदान एक ई आत्मा रा काम ए। से आपणी इच्छा रे मुताबिक हर मांणूए खे लग-लग बरदान देओआ।
शरीर एक : अंग बऊत
12 कऊँकि जिंयाँ शरीर तो एक ए और तिजी रे अंग बऊत ए और तेस एक शरीरो रे सब अंग, बऊत ऊँदे ऊए बी, सब मिली की एक ईए, तिंयाँ ई मसीह बीए। 13 कऊँकि आसे सबी क्या यहूदी, क्या दूजी जाति, क्या दास, क्या आजाद एक ई आत्मा रे जरिए, एक शरीर ऊणे री तंईं बपतिस्मा लया और आसा सबी खे एक ई आत्मा पल़याया।
14 शरीरो रे एक ई अंग नि, बल्कि बऊत अंग ए। 15 जे पैर बोलो, “आऊँ आथ निए, तेबे आँऊ शरीरो रा अंग निए,” तो क्या तेसरे एड़ा बोलणे ते से शरीरो रा अंग नि रंदा? 16 जे कान बोलो, “आऊँ आखी रा निए, तेबे आँऊ शरीरो रा अंग निए,” तो क्या तेसरे एड़ा बोलणे ते से शरीरो रा अंग नि रंदा? 17 जे सारा शरीर आखी रा ई ऊँदा, तो सुणना केथो ते था? जे सारा शरीर कानो रा ई ऊँदा, तो सिंगणा केथो ते था? 18 पर सच्ची परमेशरे अंग आपणी इच्छा रे मुताबिक एक-एक करी की शरीरो रे राखी राखे। 19 जे सेयो सारे एक ई अंग ऊँदे, तो शरीर केथा ऊँदा? 20 पर एबे अंग तो बऊत सारे ए, पर शरीर एक ईए।
21 आख आथो खे नि बोली सकदी, “माखे तेरी कोई जरूरत निए।” ना सिर पैरो ते बोली सकदा, “माखे तेरी कोई जरूरत निए।” 22 पर शरीरो रे सेयो अंग, जो ओरी ते कमजोर लगोए, बऊत ई जरूरी ए। 23 शरीरो रे जिना अंगा खे आसे आदरो जोगा नि समजदे, तिना खेई आसे जादा आदर देऊँए, और गुप्त अंगा रा खास त्यान राखदे ऊए तिना खे आसे टकी की राखूँए, 24 तेबे बी म्हारे आदरो जोगे अंगा खे खास देख-पाल़ो री जरूरत निए। पर परमेशरे शरीर एड़ा बणाईता कि जेस अंगो खे आदरो री कमी थी, तिजी रा ई ओर बी आदर ओ। 25 ताकि शरीरो रे फूट नि पड़ो, बल्कि अंग एकी-दूजे री बराबर चिन्ता करो। 26 तेबेई तो जेबे एकी अंगो खे दु:ख ओआ, तो सारे अंगा खे तिजी साथे दु:ख ओआ। जे एकी री तारीफ ओई, तो तिजी साथे सारे अंग खुशी मनाओए।
27 ईंयां ई तुसे सारे मिली की मसीह रा शरीर ए और लग-लग तेसरे अंग ए। 28 मसीह रे एस शरीरो रे परमेशरे लग-लग मांणू नियुक्त करी राखे, पईले प्रेरित, दूजे भविष्यबक्ता, तीजे गुरू, तेबे सामर्था रे काम करने वाल़े, तेबे ठीक करने वाल़े, तेबे उपकार करने वाल़े, तेबे प्रदान और कई प्रकारा रिया पाषा बोलणे वाल़े। 29 क्या सारे प्रेरित ए? क्या सारे भविष्यबक्ता ए? क्या सारे उपदेशक ए? क्या सारे सामर्था रे काम करने वाल़े ए? 30 क्या सबी खे ठीक करने रा बरदान ए? क्या सारे कई प्रकारा रिया पाषा बोलोए? क्या सारे अनुवाद करोए? 31 तुसे बड़े ते बड़े बरदानो री धुना रे रओ, पर आऊँ तुसा खे ओर बी सबी ते खरी बाट बताऊँआ।